रविवार, 13 दिसंबर 2009

समझो ना कुछ तो समझो ना-

जल हमारे जीवन का एक ऐसा ईंधन है जिससे हम सभी जीवित हैं। पृथ्वी सम्पूर्ण धरातलीय क्षेत्रफल `51,01,00,500' वर्ग किमी है जिसमे भूमि क्षेत्रफल 29.08% और जलीय क्षेत्रफल `सम्पूर्ण धरातल क 70.92%’ है। पृथ्वी के सम्पूर्ण जल का 97.5% समुद्री जल के रूप में है जो प्रकृति का एक मुख्य अंग है और शेष 2.5% मीठा जल बचता है इसका भी अधिकतर भाग बर्फ के रूप मे जमा हुआ रहता है इसमें 0.5% जल भूमिगत, नदियों, 0.012% मृदा में और 0.1% वायुमण्डल मे विद्यमान रहता है। शेष 0.001% जल ही हमारे लिए उपयोग में बचता है। सोचिए! सम्पूर्ण जल क मात्र 0.001% ही जल हमारे लिए शेष रहता है और इसे हम समझ नही पाते।www.blogvani.com